राज्यपाल राष्ट्रीय कृषि मेला के समापन समारोह में हुई शामिल
ज़ाहिद खान, एडिटर इन चीफ़ 9425391823
सेंट्रल डेस्क– राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि धान की खेती के साथ ही बाजार की मांग के अनुसार अन्य फसलों की भी खेती करें। साथ ही कृषि से जुड़े पशुपालन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन और मधुमक्खी पालन आदि कर अपनी आमदनी बढ़ाएं और खेती को लाभ का धंधा बनाएं। राज्यपाल सुश्री उइके आज तुलसी बाराडेरा रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला के समापन समारोह को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि वे छत्तीसगढ़ में बायोटिक स्ट्रेस सेंटर प्रारंभ करने के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखेंगी। मेले में राज्यपाल सहित अन्य अतिथियों ने ड्रोन के माध्यम से दवाई छिड़काव का अवलोकन किया।
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों पर आधारित छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज और प्रसंस्करण केन्द्र स्थापित किया जाना चाहिए, इससे अधिक उत्पादन की स्थिति में उत्पादों को सुरक्षित रखकर बाद में उनका सदुपयोग होगा और रोजगार भी मिलेगा।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के खेतों की मिट्टी और पर्यावरण के अनुरूप खासकर पेडी ट्रांसप्लांटर, रिपर एवं हार्वेस्टर आदि उन्नत कृषि उपकरण विकसित किये जाने की आवश्यकता है, जो किसानों को न्यूनतम कीमत पर उपलब्ध हो। कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, के अलावा स्कूल शिक्षा मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर आबकारी मंत्री , राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, विधायक मोहन मरकाम, धनेश्वर साहू, कृष्णमूर्ति बांधी और श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी, कृषि विभाग के सचिव धनंजय देवांगन, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. पाटिल सहित किसानगण उपस्थित थे।