ज़ाहिद खान, एडिटर इन चीफ़, 9425391823
राज्यपाल आईटीएम विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत-समारोह में शामिल हुई
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने दीक्षांत समारोह में कहा है कि आज उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। युवाओं का तकनीकी एवं प्रबंधन शिक्षा के प्रति रूझान बहुत तेजी से बढ़ा है। उन्होंने युवाओं और विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों से कहा कि वे वर्तमान बदलते परिवेश एवं तकनीक के अनुरूप अपने आप को ढालने में समर्थ बनें जिससे रोजगार के अच्छे अवसर पैदा हो सकें। राज्यपाल सुश्री उइके ने आज यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित आईटीएम विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत-समारोह को संबोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को उपाधि और पदक प्रदान किया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने डिग्री एवं पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने आज यहां जो संकल्प लिया है, उसे जीवन में अच्छे विचार के साथ कैरियर बनाने में साकार करें। उन्होंने कहा कि उनके संकल्प फलीभूत हो और वे अच्छा काम कर अपना नाम रोशन करें तथा समाज और देश का भी मान बढ़ाएं। राज्यपाल ने कहा कि आईटीएम विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग के छात्रों को उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मेक इन इंडिया लैब का डिजाइन किया है, ताकि वे वैश्विक नौकरियों के लिए आवश्यक कौशल सीख सकें और देश विदेश में कहीं भी काम कर सकें। इसी प्रकार मैनेजमेंट विषय के छात्रों के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ 5 माह की इंटर्नशिप का करार किया है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने आई.टी.एम. विश्वविद्यालय को सलाह देते हुए कहा कि लघु व मध्यम उद्योग, कृषि, सूचना विज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आई. ओ. टी. जैसे विषयों पर प्रदेश के युवाओं को विश्व स्तर पर कार्य करने के लिए तैयार करने के लिए विशेष प्रयास करें। सुश्री उइके ने कहा कि वे वैज्ञानिकता और अनुसंधान करने की संस्कृति को स्थापित करने के लिए कार्य करें। साथ ही अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों की दिशा में काम करते हुए आस पास के गांवों को गोद लेकर उनके समुचित विकास में भी सहयोग प्रदान करें।
इस अवसर पर शंकर नेत्रालय चेन्नई के प्रमुख डॉ. गिरीश शिवा राव ने भी संबोधित किया। आई.टी.एम. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सीताराम सोनी ने स्वागत भाषण दिया और अपने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके पर आई.टी.एम. विश्वविद्यालय के डॉ. नितिन पुटचा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर शासी निकाय के सदस्य, प्रबंधन बोर्ड के सदस्य, शैक्षणिक परिषद के सदस्य, गणमान्य अतिथि और विभिन्न संकायों के आचार्यगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।