ज़ाहिद खान, एडिटर इन चीफ़ 9425391823
स्टेड डेस्क- मध्यप्रदेश में दो मुख्यमंत्री हैं…? अगर यक़ीन न हो तो छिंदवाड़ा आ कर देख सकते हैं..! इस बात पर हम नहीं बल्कि, छिंदवाड़ा का प्रशासन मोहर लगाए हुए है? मोहर भी ऐसी जो कहीं छिपी हुई नहीं है. ना ही किसी वेबसाइट पर त्रुटि है. बल्कि सार्वजनिक रूप से इसकी पुष्टि खुद छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट की बाउंड्रीवाल पर लगे दो पोस्टरों से हो रही है…
जी हां, कलेक्ट्रेट की बाउंड्रीवॉल पर शासन की योजनाओं के पोस्टर लगे हुए हैं. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फ़ोटो के साथ योजनाओं का पोस्टर है, तो वहीं मध्यप्रदेश की सरकार खो चुके कांग्रेस का पोस्टर दूसरी ओर लगा हुआ है जिसमे आज भी कमलनाथ ही मध्यप्रदेश शासन मुख्यमंत्री के रूप में उल्लेखित है. हमने यहां छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश के मुख्य द्वार के दोनों तरफ लगे इन पोस्टरों की छायाचित्र भी खबर के साथ जारी की है, जिसमे यह साफ लिखा हुआ है कि मुख्यमंत्री कौन हैं…!
स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश की पार्टीगत तकरार और रार में ऐसा होना कई सवालों को जन्म देता है..? हालांकि यह एक प्रशासनिक त्रुटि है मगर त्रुटि तो है…? छिंदवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का विधानसभा क्षेत्र है ऐसे में भाजपा भी यहां काफी एक्टिव है, इसके बावजूद भी छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट बाउंड्रीवाल में कांग्रेस के शासनकाल के पोस्टर लगे रहना चिंताजनक है.
राजनीति तेरी नीति को सलाम!
फिलहाल बात करें मध्यप्रदेश की तो, विधानसभा चुनाव के बाद से यहां राजनीति के कई रूप देखे गए हैं, कुछ रोचक तो कुछ चिंतन वाले परिदृश्य पूरे देश ने देखा. पहले कमलनाथ सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाईयां एक नए अध्याय से जोड़कर देखा गया, तो वहीं सरकार गिराने की हाय तौबा ने सत्ता की लोलुपता का भी चेहरा दिखाया. सत्ता बदलते ही घोटालों की फ़ेहरिस्त तैय्यार? कमलनाथ को घेरने के कई जतन किये जा रहे हैं. जाँच का दौर जारी है. बहरहाल राजनीति के पेशे को शर्मसार करते दृश्य किसी से छिपे नहीं! ऐसे में कई राजनीतिक चिंतक राजनीति को अब दूर से ही सलाम कर रहे हैं…?