छिंदवाड़ा जिले के लिए आज का दिन चिंतनीय और शर्मनाक रहा..! क्योंकि आज हमारे शासकीय अधिकारी कर्मचारी अर्धनग्न अवस्था में आंदोलन करने पर मजबूर हो गए…? गौर हो कि लगभग 25 विभागों के अधिकारी कर्मचारी बीते लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं इस बीच उन्होंने कांग्रेस भाजपा के स्थानीय नेताओं से भी संपर्क साधा, उनसे भी आवेदन निवेदन किया, साथ ही बीच-बीच में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गए हैं।
लेकिन इसके बावजूद भी शासन की ओर से किसी किस्म की कोई सुनवाई ना होने से नाराज अधिकारी कर्मचारी संघ ने आज जिले भर में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इन सबके बीच चिंतनीय और शर्मनाक दृश्य था कि हमारे शासकीय कर्मचारी अर्धनग्न होकर आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं इसके विपरीत शासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।
जबकि कोरोना काल के चलते अधिकारी कर्मचारियों ने जान जोखिम में डालकर सेवाएं दी है। वहीं उनकी मांगों में कुछ लंबित मांग भी शामिल है जो नियमानुसार उन्हें मिलनी भी चाहिए। आपको बता दें पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के सचिवों रोजगार सहायकों एवं अन्य ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया है यह प्रदर्शन छिंदवाड़ा की सभी तहसीलों में धरना स्थल पर किया गया है। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा में कलेक्ट्रेट परिसर के सामने स्थित ग्राउंड में बैठे अधिकारी कर्मचारी संघ के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि दी जाने के भजन गाए और 2 मिनट का मौन धारण भी किया।
स्टेड डेस्क/छिंदवाड़ा-अधिकारी मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा द्वारा छिंदवाड़ा जिले में समस्त अधिकारी कर्मचारी ने आज 29 जुलाई को 1 दिन के सामूहिक अवकाश पर रहकर अपनी 5 सूत्री मांगों के संबंध में कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा।
अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष सतीश गोंडाने ने बताया कि आज सभी 25 मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त अधिकारी कर्मचारी संगठनों के अध्यक्षों से मीटिंग उपरांत एवं उनकी सहमति से यह निर्णय हुआ कि जिला स्तर पर 25 अधिकारी कर्मचारी संगठनों के अधिकारी एवं समस्त विभागों के अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। 28 जुलाई को सभी अधिकारी कर्मचारियों ने अपने कार्यालय प्रमुख विभाग प्रमुख को 1 दिन के अवकाश का आवेदन प्रस्तुत कर दिया था। जिले में 100% हड़ताल रही। संघ के जिलाध्यक्ष सतीश गोंडाने समस्त 25 संगठनों के पदाधिकारियों ने 5 सूत्रीय मांगे क्रमश, वेतन वृद्धि जो स्वीकृत हुई है उसे देय तिथि से एरियर का भुगतान किया जाए, रुके महंगाई भत्ते 16% का भुगतान किया जाए, पदोन्नति की कार्रवाई बहाल की जाए, केंद्र के समान मकान भाड़ा भत्ता स्वीकृत किया जाए एवं सभी संगठनों की लंबित मांगों के लिए सभी अधिकारी कर्मचारी कलेक्ट्रेट के सामने स्थित ग्राउंड में एकत्र हो कर धरना दिया और कलेक्टर पहुंच कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
छिंदवाड़ा से सीनियर रिपोर्टर कन्हैया विश्वकर्मा की ख़ास रिपोर्ट