मुस्लिम धर्मावलंबियों के अहम त्योहारों में से एक मोहर्रम का त्यौहार है जिसकी आज 7 तारीख है. मोहर्रम में जहां जगह जगह लंगर का एहतमाम किया जाता है वहीं कुरानख्वानी का भी विशेष आयोजन होता है लेकिन इन सबके बीच मोहर्रम की सवारियां जिसे कई इलाकों में टिपारियाँ भी कहा जाता है, इनके गस्त और सफर का एक अलग ही मुकाम होता है….
स्टेड डेस्क/मण्डला ब्यूरो- मंडला में बीती रात सवारियों ने सफर किया. इस सफर का आकर्षण यह रहा कि सभी सवारियां कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक सफर पर निकली और गाइडलाइन में तय की गई समय सीमा पर वापस अपने मुकाम तक पहुंची.
मंडला के विभिन्न इलाकों में सवारियों के गश्त के दौरान अकीदतमंद, जरूरतमंदों ने और मन्नत वालों ने अपनी मुरादे सवारी वाले बाबा के समक्ष रखें. आपको बता दें यहां इदरीश बाबा, विक्की बाबा और बंटी बाबा की सवारियां गश्त पर निकली, जोकि कोस्टा मोहल्ला होते हुए उदय चौक से दाता बंगाली साहब में हाजिरी देने के बाद अपने मुकाम पर वापस पहुंची. वहीं शहर के कई इलाकों में लंगर का आयोजन किया जा रहा है और इमामबाड़ा में ताजिए दीदार के लिए रखे गए हैं…
मंडला से कंटेंट एडिटर सलीम खान की रिपोर्ट