शासकीय डिपार्ट में रिश्वत आम हो गई है, लेकिन जिला जेल में विचाराधीन कैदी से भी इलाज के एवज में रिश्वत मांगना मानवता को शर्मसार करने जैसा है…! एक ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के मंडला जिला जेल का सामने आया है जहां लोकायुक्त ने जिला जेल में पदस्थ कंपाउंडर मनोज डोंगरे को विचाराधीन कैदी से इलाज कराने और दवाइयों के एवज में ₹7000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है….

स्टेड डेस्क/मंडल- संवाददाता की जानकारी के अनुसार मंडला जिला जेल में पदस्थ कंपाउंडर आरोपी मनोज डोंगरे ने विचाराधीन कैदी संजय सिंगोरे से 7000 रू की रिश्वत मांगी थी.

जिस पर कैदी के रिश्तेदार रविंद्र पटेल ने लोकायुक्त में शिकायत की थी, कि जिला जेल के कंपाउंडर श्री डोंगरे द्वारा विचाराधीन कैदी संजय से पथरी की बीमारी के इलाज एवं समय पर दवाइयां देने के एवज में ₹7000 की मांग की जा रही है..? लोकायुक्त ने उक्त शिकायत पर आज मंडला रेड क्रॉस के पास आरोपी मनोज को ₹7000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. उक्त कार्रवाई में लोकायुक्त निरीक्षक घनश्याम सिंह मर्सकोले, कमल सिंह उइके, भूपेंद्र दीवान, रंजीत सिंह एवं आरक्षक अमित मंडल, अमित गावंडे, शरद एवं जीत सिंह मौजूद रहे…

मंडला से कंटेंट एडिटर सलीम खान की रिपोर्ट

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