बुरहानपुर जिले के धुलकोट मे कुम्हार नाला तालाब निर्माण मे किसानो की जमीन डूब मे जाने से किसानो को उचित मुआवजा न मिलने के कारण डूब प्रभावित किसान शासन प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं….

स्टेड डेस्क/बुरहानपुर ब्यूरो- जिले के धुलकोट के कुम्हार नाला तालाब पर शासन द्वारा सन् 2007 – 8 मे तालाब का निर्माण करवाया गया था। तालाब निर्माण मे 50 किसानो की लगभग 40 हेक्टेयर जमीन डूब में चली गई थी.

डूब प्रभावित किसानो का कहना है कि हमारी जमीने डूब मे जाने के एवज मे हमे शासन द्वारा वर्ष 2010 मे 23 हजार रूपये प्रति एकड़ से मुआवजे के नाम पर राहत राशि प्रदान की गई थी, इतनी राशि हमारे लिए नाकाफी है. तालाब निर्माण मे हमारे कुएं भी डूब गये और हमारी जमीने भी सिंचित थी. शासन प्रशासन ने हमारे साथ तालाब निर्माण के नाम पर छल किया है. हमारे खेत डूबने से हमारे सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जब हम हमारी जमीनो के मुआवजे के लिए प्रशासन के पास जाते है तो हमे दुत्कार दिया जाता है. संबंध में डूब क्षेत्र के किसान नईम ने बताया कि हमारी खेती की जमीनो को डूब मे जाने को 10 वर्ष हो गये है, लेकिन आज तक हमें उचित मुआवजा नही मिला है. जिसके लिए हम किसानो ने उचित मुआवजे के लिए हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है. हम किसानों को अगर हमारी जमीनो का जल्द मुआवजा नही मिला तो हम सभी डूब प्रभावित किसान शासन प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगे.
बुरहानपुर से गोपाल देवकर की रिपोर्ट

  • LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    fifteen − 1 =