Bhopal Suicide Case- अवैधानिक रूप से सूदखोरी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश- मुख्यमंत्री


 अवैधानिक तरीके से चल रही प्रदेश में साहूकारी और सूदखोरी की गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जायेगा 

स्‍टेड डेस्‍क/भोपाल- भोपाल में साहूकारों की मार झेलने वाली संजीव जोशी परिवार सहित सुसाइड केस में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से बयान आया  है | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूदखोरों -साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज लिए जाने के कारण घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और  असहनीय है ।  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने  इसे गंभीरता से  लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सूदखोरो साहूकारो की गतिविधियो पर सघन निगरानी रखी जाएगी।मुख्यमंत्री श्री चौहान   अवैधानिक तरीके से चल रही साहूकारी और सूदखोरी की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए निवास कार्यालय में बुलाई गई आपात बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने  साहूकारी अधिनियम और अनुसूचित जाति ऋण विनियम के प्रावधानो के सम्बंध में चर्चा की।

 संजीव जोशी, ऑटो पार्ट्स व्यापारी  थे जिनके  और  सूदखोरों के जाल में फंसे संजीव ने बेटी और मां को खो दिया, जबकि दंपती और बड़ी बेटी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। उन्हें इतना भी समय नहीं मिला कि वे अपनी संपत्ति बेचकर कर्ज को उतार पाते। उनके दोस्तों ने बताया कि सूदखोरों ने उन्हें इतना प्रताड़ित, अपमानित किया कि वह मानसिक तौर पर टूट गए। हंसता-खेलता परिवार देखते-देखते डिप्रेशन में चला गया। परिवार को सूदखोरों के जाल से बाहर निकलने के लिए कुछ समझ नहीं आ रहा था।
करीबी दोस्त राकेश सिंह ने बताया कि हाल में अशोका गार्डन की रहने वाली सूदखोर महिला बबली, पिंकी ने उन्हें इतना धमकाया कि उन्हें आनंद नगर वाला घर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके लिए उन्होंने 36 लाख रुपए में घर का सौदा भी कर लिया था, लेकिन सूदखोर वक्त देने को राजी नहीं हुए। आखिरकार, जहर खाकर जिंदगी खत्म कर लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। अकेले भोपाल में ही उनके पास सवा करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी है।
मामले में पिपलानी पुलिस ने सभी चारों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। रानी, बबली, कमला और उर्मिला पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस किया गया है।
2 लाख रुपए का हर हफ्ते 10 हजार ब्याजसंजीव ने घर बनाने के लिए बैंक से लोन ले रखा है। हर महीने 35 हजार रुपए किस्त जाती है। कोरोना काल में दुकान से आमदनी नहीं होने पर उन्होंने बबली, राजू राय, लक्ष्मी राय, ममता शर्मा से कर्ज लिया। 2% ब्याज पर उन्होंने कर्ज लिया था। बाद में सूदखोर ब्याज बढ़ाते गए। हालात यह हो गए कि हर हफ्ते 10 हजार रुपए ब्याज मांगने लगे। बबली शर्मा 2 लाख रुपए के हर हफ्ते 10 हजार रुपए ब्याज ले रही थी, जबकि संजीव उसका पूरा पैसा अदा कर चुका था। बावजूद वह ब्याज मांग रही थी। वह अब उनसे 3 लाख 20 हजार रुपए और मांग रही थी।
बेटी की शादी का बहाना लेकर धमकाया संजीव से बबली ने कहा कि उसे बेटी की इसी माह शादी करनी है। इसके लिए वह पैसा देने का दबाव बनाती थी। नहीं देने पर गुंडों से वसूली करवाने की बात कहती थी। वह देर रात तक उनके घर में डेरा डाले रहती थी। घर के बाहर खड़े होकर मोहल्ले वालों को चीख-चीखकर बताती थी कि संजीव उसका कर्ज नहीं दे रहा। परिवार को इतना जलील करती थी कि सब उससे परेशान हो गए।
परिवार की प्रोफाइल-1. संजीव जोशी: ऑटो पार्ट्स के व्यापारी। पिपलानी में बड़ी दुकान।2. नंदिनी जोशी (मां): निजी स्कूल में टीचर रहीं। घटना में मौत। पति का कई साल पहले निधन हो चुका है।3. अर्चना जोशी (पत्नी): तीन साल पहले तक खुद का निजी स्कूल चलाया। घर में किराने की दुकान।4. ग्रीष्मा जोशी (बड़ी बेटी): एलएनसीटी कॉलेज से बी.टेक कर रही है।5. पूर्वी जोशी (छोटी बेटी): निजी स्कूल में 10वीं की छात्रा। घटना में मौत हो गई।

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