एडवोकेट गुंजन शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकारों की गलती का खामियाजा भुगत रहे मूक वन्य प्राणी !
स्टेट डेस्क – कूनो नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों की मौतों पर मध्य प्रदेश भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता अधिवक्ता गुंजन शुक्ला ने कहा कि एक राज्य की भाजपा सरकार की हठधर्मिता और दूसरे राज्य की भाजपा सरकार की लाचारी के कारण, लिए गए गलत निर्णय की सजा मूक वन्य प्राणियों को अपनी जान देकर भुगतनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के सर्वे अनुसार जिस क्षेत्र में एशियाई शेरों(लायन) के रहने के लिए बेहतर रहवास की परिस्थितियां थी और सालों तक उन्हीं के लिए जिस क्षेत्र को विकसित किया गया था, उस क्षेत्र में विदेशी चीतों को बसाया जाना सरकार की ऐतिहासिक भूल है। ऐसा कर सरकार ने ना केवल एशियाई शेरों की प्रजाति को भविष्य के संकट से बचाने की योजना पर पलीता लगा दिया, बल्कि वर्षों तक “सिंह परियोजना” के लिए कार्य करने वाले विशेषज्ञों ,अधिकारियों, कर्मचारियों, के साथ स्थानीय लोगों की मेहनत पर भी पानी फेर दिया।
अधिवक्ता श्री शुक्ला ने कहा कि वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के वैज्ञानिकों, वन्य प्राणी विशेषज्ञों, की राय एवं सुप्रीम कोर्ट के 15 अप्रैल 2013 के आदेशों को गुजरात की भाजपा सरकार ने नहीं माना और मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क को उनके हक के गिर के शेर नहीं दिए। परिणाम स्वरूप विगत वर्षों में वायरस के कारण गिर के जंगलों में सैकड़ों की संख्या में एशियाई शेरों की मौत हो गई। उन्होंने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार से सवाल पूछा है कि ऐसी कौन सी मजबूरी थी कि गुजरात एवं मध्य प्रदेश दोनों जगह एवं केंद्र में भाजपा सरकार होने के बावजूद सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का परिपालन मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं करा पाई ? उन्होंने राज्य सरकार से कूनो नेशनल पार्क “सिंह परियोजना” एवं “चीता प्रोजेक्ट” पर श्वेत पत्र जारी करने की भी मांग की है।
KBP NEWS.IN