*अधिवक्ता गुंजन शुक्ला ने कहा कि महाकाल लोक निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोप प्रमाणित हुए !*
स्टेट डेस्क-छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के भ्रष्टाचार ने भक्त यानी आम जनता और भगवान याने बाबा महाकाल तक को नहीं छोड़ा है..!
उक्त आशय के आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता गुंजन शुक्ला ने कहा कि उज्जैन में मात्र 7 महीने पहले 351 करोड़ की लागत से बने महाकाल लोक में लगी सप्त ऋषियों की मूर्तियां मात्र 30 किलोमीटर प्रति घंटा से पहली बार चली आंधी भी बर्दाश्त नहीं कर पाई, और उखड़ कर बुरी तरह खंडित हो गई। जिससे साफ हो गया है कि महाकाल लोक में भ्रष्टाचार के जो आरोप कांग्रेस पार्टी लगाती रही है वे एकदम सही थे।
लोकायुक्त की जांच पर संदेह…
श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार को लेकर लोकायुक्त में शिकायत की गई थी एवं लोकायुक्त द्वारा जिन अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए थे, आखिर किसकी शह पर लोकायुक्त की जांच ठंडे बस्ते में डालकर उन अधिकारियों को अच्छे पदों पर पोस्टिंग दी गई है, इस बात की भी जांच की जानी आवश्यक है।
8 सौ करोड़ की लागत अचानक 1150 करोड़ कैसे हो गई..?
कांग्रेस प्रवक्ता ने महाकाल लोक निर्माण की लगातार बढ़ती जा रही लागत को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि निर्माण शुरू होते समय जिस काम की अनुमानित लागत 800 करोड रुपए थी, आखिर कैसे वह अचानक से 1150 करोड़ रुपए हो गई। उन्होंने भाजपा सरकार पर घटिया एवं गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य कराए जाने के आरोप लगाए हैं।
CM मांगें माफ़ी…
प्रवक्ता गुंजन शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर देवताओं की फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक की खोखली मूर्तियां लगाकर सनातन हिंदू धर्म की व्यवस्था के विपरीत काम कर देश दुनिया के लाखों श्रद्धालुओं एवं सनातनियों की आस्था पर गंभीर चोट पहुंचाने का काम किया है जिसके लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए।
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