स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा – जन जातिय कार्य विभाग द्वारा संचालित छिंदवाड़ा शहर में स्थित कन्या शिक्षा परिसर की एक नाबालिक बालिका पुलिस को लावारिस अवस्था में घूमते मिली। इस घटना ने सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग सत्येंद्र मरकाम और उनके अधीनस्थ कर्मचारी छात्रावास अधीक्षिका की कार्य प्रणाली पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं अगर छात्रा समय पर छात्रावास नहीं पहुंची थी तो, इस बात की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई..? नाबालिक बालिका के साथ कुछ गलत हो जाता तो उसका जिमेदार कोन होता…? यह तो गनीमत रही कि समय रहते बालिका पर पुलिस टीम की नजर पड़ गई और पुलिस को काफी मस्कत के बाद बालिका का पता ठिकाना पता चला और पुलिस ने उसे साकुशल छात्रावास पहुंचाया। छात्रावास अधीक्षिका के द्वारा पुलिस को समय पर सूचना न देने के कारण पुलिस द्वारा शहर के सभी छात्रावासों का भ्रमण कर पूछताछ की गई जो कि अधीक्षिका की लापरवाही को दर्शाता है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ए.पी. सिंह द्वारा जिले में महिला/छात्र, छात्राओं पर घटित अपराधों पर पूर्ण नियत्रंण / रोकथाम एवं त्वरित आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था एवं त्वरित कार्यवाही करने हेतु अभियान चलाया जा रहा हैं। इसी क्रम में 14 अगस्त को महिला थाना छिदंवाडा पुलिस टीम को भ्रमण के दौरान एक नाबालिग बालिका उम्र करीबन 11 वर्ष की डरी सहमी हुए छिदंवाडा शहर में दिखाई दी। जिसे महिला थाना चाईल्ड फैण्डली कक्ष में लाकर चाईल्ड फैण्डली माहौल निर्मित कर पूछताछ की गई किन्तु बालिका अपना नाम एवं पता स्पष्ट रूप से नही बता पा रही थी। महिला पुलिस टीम द्वारा लगातार सहानुभूति पूर्वक पूछताछ करने पर बालिका ने ग्रामीण क्षेत्र में अपना मूल निवासी होना, छिदंवाडा शहर के किसी छात्रावास (हॉस्टल) में रहकर पढाई करती है, जिसे छात्रावास (हॉस्टल) का नाम, पता याद नही आने तथा शहर में भीड-भाड एवं वाहनों के आवागमन के कारण रास्ता भटक गई है।
वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिये गये दिशा निर्देशन में महिला प्रकोष्ठ प्रभारी उप पुलिस अधीक्षक प्रियंका पाण्डेय के नेतृत्व में महिला थाना प्रभारी त्रिशला मित्तल द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मय पुलिस टीम के संबधित छात्रावास (हॉस्टल) का पता तलाश करने रवाना होकर शहर के सभी छात्रावासों का भ्रमण कर पूछताछ की गई, जिसमें कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास छिदंवाडा की अधीक्षिका श्रीमति ममता मस्तकार से नाबालिग बालिका की पहचान कराई गई। जिन्होने बताया कि बालिका छात्रावास में अध्ययनरत छात्रा है, जो ग्रामीण अंचल की रहने वाली है। पुष्टि होने पर पुलिस टीम द्वारा सभी औपचारिकता पूर्ण करने के पश्चात नाबालिग बालिका को विधिवत सौंपा गया।
इस कार्रवाई में महिला थाना प्रभारी त्रिशला मित्तल, सहायक उप निरीक्षक प्रकाश नायक, प्र.आर. राजेश कोराची, म.आर. नीतू धुर्वे, सदभावना बघेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
KBP NEWS.IN
…जाहिद खान
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