छत्तीसगढ़ के धमतरी में कुछ ऐसा घटा, जिसे देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं। एक बेटी ने न सिर्फ अपने पिता के अरमान को पूरा किया. बल्कि संतान धर्म का पालन भी किया।
धमतरी के आमदी नगर पंचायत में 3 मार्च को गमगीन माहौल रहा। सड़क हादसे में पिता के निधन के बाद भी बेटी ने उनकी इच्छा के अनुसार दसवीं बोर्ड की परीक्षा दिलाई। परीक्षा के बाद जब वो लौटी तो पिता की अर्थी को कंधा दिया. बेटी ने पिता के अंतिम संस्कार की रश्में भी निभाईं। धमतरी के आमदी नगर पंचायत कार्यालय के सामने बीते 2 मार्च को दर्दनाक सड़क हादस हुआ। हादसे में कुमार साहू की गंभीर हालत में घायल होने के बाद मौत हो गई। मरने से पहले पिता की इच्छा थी कि उसकी किरण अपनी बोर्ड परीक्षा न छोड़े।
मौत की जानकारी के बाद भी दी परीक्षा
पिता की मौत और भाई के गंभीर हालत की जानकारी मिलने के बाद भी किरण साहू मंगलवार की सुबह दसवीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुई। हिंदी विषय की परीक्षा के बाद वो पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुई। कुमार साहू के तीन बेटियां हैं, बड़ी बेटी किरण अभी कक्षा 10वी की पढ़ाई कर रही है, दामिनी साहू कक्षा 7वीं और छोटी अमिता साहू चैथी कक्षा में पढ़ती है। तीनों बेटियों ने मिलकर पिता को मुखाग्नि दी।