ज़ाहिद खान, एडिटर इन चीफ़, 9425391823
छिंदवाड़ा में एक बार फिर पोस्टरवार की शुरुआत हो गई है , इस बार पूर्व मुख्यमंत्री और छिंदवाड़ा के विधायक कमलनाथ उनके बेटे छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ के लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं . अज्ञात तत्वों की इस करतूत के बाद लगातार कांग्रेस नेताओं के बयान भी आ रहे हैं, वहीं कांग्रेस के विधायकों एवं पदाधिकारियों ने कलेक्टर को इस संबंध में ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है तो वहीं f.i.r. कराए जाने की बात भी की गई है…
स्टेड डेस्क- छिंदवाड़ा में सांसद और विधायक के लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों में विधायक और सांसद को ढूंढने वालों को ₹21000 इनाम की भी घोषणा की गई है, पोस्टर लगाने वाले अज्ञात तत्वों ने कलेक्ट्रेट की बाउंड्री वॉल , एकता पार्क सहित बाजार क्षेत्रों में यह पोस्टर चस्पा किए हैं. पोस्टर की इस राजनीति से यह तो स्पष्ट है कि नेतागिरी किसी लॉक डाउन या प्रशासनिक आदेशों की धज्जियां उड़ाने में सक्षम है. तभी तो शाम के 7:00 बजे से लेकर सुबह के 7:00 बजे तक रहने वाले टोटल लॉग डाउन के बीच कलेक्ट्रेट परिसर की बाउंड्री वॉल सहित अन्य मुख्य मार्गों पर दीवारों में यह पोस्टर लगा दिए जाते हैं और किसी को भनक भी नहीं होती?
सर्वज्ञान है कि छिंदवाड़ा के सांसद नकुल नाथ एवं उनके पिता छिंदवाड़ा विधायक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की गुमशुदगी के यह पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर राजनीति से स्पष्ट होता है कि भोपाल की वर्तमान परिदृश्य में चल रही प्रादेशिक राजनीति का वायरस छिंदवाड़ा पहुंचा है! इसी का एक उदाहरण इन पोस्टरों को जोड़ कर देखा जा रहा है…? इधर कांग्रेस विधायक की टीम और कार्यकर्ताओं ने मिलकर कार्यवाही करने की मांग का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है वही f.i.r. भी कराई जा रही है.
क्या तीसरी आंख से चलेगा पता…?
यूं तो शहर के कई इलाकों में पुलिस के कैमरे लगे हुए हैं. वहीं इनामी पोस्टर कलेक्ट्रेट और अन्य जिन स्थानों में लगे हुए हैं उनके आसपास पुलिस के सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं. बताया जाता है कि यह कैमरे बहुत हाईटेक हैं तो अब देखना यह है कि पुलिस के इन हाईटेक कैमरों में शरारती तत्व दिखाई देते हैं या नहीं..?
सतत संपर्क में हैं दोनों नेता
इधर कांग्रेस से जुड़े लोगों का कहना है कि कमलनाथ और नकुल नाथ लॉक डाउन से लेकर अब तक लगातार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सतत संपर्क में है. वे अधिकारियों से कोरोना लॉक डाउन के दौरान जनता की समस्याओं और व्यवस्थाओं का फीडबैक ले रहे हैं तो वही कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाकर उन्हें सुविधाएं मुहैया कराने की व्यवस्थाएं भी करा रहे हैं, जो कि लगातार जारी है.