स्टेड डेस्क- लॉक डाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के अनेकों ऐसे दृश्य दिखाई दे रहे हैं जो दुखद और दर्दनाक हैं. कहीं मजदूर सैकड़ों मीलों का सफर पैदल कर रहे हैं, तो कहीं सड़क पर पुलिस के खौफ से सड़क मार्ग छोड़कर रेल मार्ग से घर वापसी का पीड़ादायक सफर तय करने को मजबूर हैं. इस दौरान वे सड़कों पर बेमौत मारे जा रहे हैं, तो कहीं ट्रेन के पहियों का निवाला बन रहे हैं. बड़ा ही मार्मिक और मानवता को शर्मसार कर देने वाले ऐसे दृश्यों में कई मामले ऐसे भी आए हैं जहां सफर करती गर्भवती महिलाएं बच्चों को जन्म दे रही हैं…? दुखद है मगर सच्चाई यही है मजदूरों के पलायन के ऐसे अनेकों आत्मा को किचोटने वाले दृश्य सोशल मीडिया पर एवं कुछ एक नेशनल चैनल पर देखे जा रहे हैं. वहीं देश के कई इलाकों में भूख और प्यास से तड़पते मजदूर पानी के लिए लूट कर रहे हैं, तो कहीं खाने के लिए आपस में ही भिड़ रहे हैं…!


ऐसा ही मार्मिक और अंतरात्मा को किचोट देने वाला मामला इटारसी जंक्शन में देखने को मिला. जहां मजदूर कुछ दिन पहले पानी की लूट करते देखे गए, वहीं आज खाने के पैकेट के लिए लूटपाट तो की ही, साथ ही आपस में भी भिड़ गए. क्या यह मुजरिम है? या इनकी भूख और प्यास इन्हें इसके लिए मजबूर कर रही है. निश्चित रूप से यह मुजरिम नहीं है बल्कि वक्त के मारे हुए सरकारों की बेरुखी के सताए हुए और उद्योगपतियों के धन अर्जन की भूख का शिकार हैं…? जिन्होंने इन्हें इस विषम परिस्थिति में भूखा और प्यासा मरने को छोड़ दिया? तो बेचारे मजबूर अपनी दुर्दशा से शिकस्त खाकर अपने गांव की ओर चल पड़े. जेब में ना दो कौड़ी है और ना ही पेट भरने के लिए अनाज…? तो बेचारे अपना पेट भरने के लिए खाने की लूट नहीं करेंगे तो क्या करेंगे..?

*दरअसल इटारसी में पहले खाने के पैकेटों की लूट तो अब पानी की बोतलों की लूट, इटारसी रेल्वे जंक्सन पर ऐसा लग रहा है जैसे लूट मची हो, दरसल चारों दिशाओं की श्रमिक ट्रेनें यहीं से हो कर गुजर रहीं है और श्रमिकों के लिए खाने पानी की व्यवस्था इटारसी रेलवे स्टेशन पर की जा रही है. पर सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही के चलते भूखे प्यासे मजदूर रोजाना कभी खाने के पैकेट लूट रहे हैं तो कभी पानी की बोतलें, अब लाईव वीडियो सामने आया है जिसमे लोग पानी की बोतलें लूट रहे हैं और लूटने के बाद आपस मे बुरी तरह लड़ भी रहे हैं सोशल डिस्टेंसिंग की बात तो दूर लोग आपस मे झूमाझटकी करते दिखाई दे रहे हैं…. लगातार प्रबंधन की लापरवाही के चलते ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं दूसरी ओर सरकार के नुमाइंदे और सत्तासीन नेता सफलता के गीत गा रहे हैं….

होशंगाबाद से सहयोगी जावेद कुरैशी की ख़ास रिपोर्ट

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