स्टेड डेस्क,
छिंदवाड़ा। उत्तरप्रदेश अलीगढ़ के हथरस में दलित वाल्मिीकि समाज की 19 वर्षीय बालिका के साथ किए गए जघन्य अपराध से देश में संपूर्ण दलित समाज में आक्रोश व्याप्त है। दोषियों बलात्कारियों को शीघ्र फांसी की सजा दिलवाने एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा पीडि़ता के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर अहिरवार समाज संघ ने शुक्रवार को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया समाचार पत्रों के माध्यम से संगठन को ज्ञात हुआ है कि उत्तरप्रदेश अलीगढ़ के हाथरस में दिनांक 14 सितंबर 2020 को वाल्मीकि समाज की 19 वर्षीय बालिका के साथ चार दरिन्दों द्वारा बलात्कार कर जघन्य अपराध कर बालिका को मारने की कोशिश करते हुए उसकी जीभ काट दी। गर्दन, रीढ़ की हड्डी तोड़कर जानवरों जैसा कू्ररतापूर्ण व्यवहार किया गया जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। बालिका ने जिंदगी की जंग लड़ते हुए दिनांक 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। साथ ही प्रशासन एवं पुलिस द्वारा शव को परिवार के सुपुर्द नहीं करते हुए परिवार की इच्छा के विपरीत पीडि़त बालिका का अंतिम संस्कार पुलिस अभिरक्षा में प्रशासन द्वारा रात को ही कर दिया गया जिससे संपूर्ण दलित समाज में देश में आक्रोश है। संपूर्ण समाज प्रशासन के उक्त कृत्य की निंदा करता है, भत्र्सना करता है तथा दोषी दरिन्दों को तत्काल फांसी की सजा दिए जाने की मांग करता है। पीडि़ता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवा कर परिवार के साथ न्याय करने की मांग के साथ यह ज्ञापन पत्र प्रेषित किया गया है। इससे संभवत: पीडि़त परिवार को शीघ्र न्याय प्राप्त होगा एवं बालिका के लिए श्रद्धांजलि होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में अहिरवार समाज संघ के प्रदेश सचिव दिलीप अहिरवार, जिला अध्यक्ष आकाश अहिरवार, राजकुमार अहिरवार, अंगद अहिरवार, श्याम अहिरवार, शक्ति डोले, महेश डोले, पप्पू गोनेकर, कृष्णा मिनोटे, संजू डोले सहित अन्य शामिल रहे।
Md ज़ाहिद खान, एडिटर इन चीफ़, 9425391823