ये समय ऐसा है कि हर व्यक्ति की नज़र अपने राजनेता पर टिकी हुई है, वह चाहे किसी भी दल का क्यूं न हो.! शासकीय कोरोना बुलेटिन के विपरीत दर्जनों संदिग्ध मौतों का असामयिक मृत्यु दंश झेल रहे परिवार और कोरोना के भयंकर संक्रमण की चपेट में आए, आ चुके और जो मरीज अव्यवस्थाओं से दो चार हो रहे हैं, उन्हें भी और आम जनता को भी उम्मीद थी कि ये धरना या प्रदर्शन बहुत पहले हो जाना था…? तो शायद आज स्थिति इतनी विकराल न होती…? इसलिए कहा जा रहा है कि… हुजूर आते आते बहुत देर कर दी… और हम कहते है देर से ही सहीं-दुरुस्त तो नहीं?, मगर आये तो..? बस इसकी आड़ में पक्ष-विपक्ष में आरोपों की राजनीति न शुरू हो… नेतागण थोड़ी ईमानदारी से जनता की सोचें, नेतागिरी के लिए बहुत वक्त है..!
स्टेड डेस्क – बहरहाल छिंदवाडा जिले मे कोविड 19 कोरोना के उपचार एवं शासकीय एवं निजी चिकित्सालय मे अव्यवस्थाओ के संबंध मे आज जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे एवं विधायके सोहन बाल्मिक, कमलेश शाह , सुनील उइके, सुजीत चौधरी, नीलेश उइके एवं विजय चौरे ने फव्वारा चौक गांधीजी की प्रतिमा के पास अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है। उनके साथ पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना भी प्रदर्शन में सामिल हुए हैं। आपको बता दें कि कोरोना से संबंधित विभिन्न समस्याओं और मरीजों की व्यवस्था के संबंध में उक्त सभी जनप्रतिनिधियों ने मंत्री सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन विभाग अरविंद सिंह भदौरिया को गत 14 अप्रैल 2021 को ज्ञापन भी सौंपा था।
संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सांसद कार्यालय प्रेस समन्वयक राजेन्द्र राही मिश्रा ने बताया कि प्रभारी मंत्री श्री भदौरिया के छिंदवाडा आगमन के उपरांत बहुत सारी उम्मीदे थी कि आम नागरिको एवं छिंदवाडा वासियो के लिये इस कोरोना काल मे स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाये सुधरेगी, किंतु व्यवस्था सुधरना तो दूर वर्तमान मे व्यवस्थाएं बहुत बिगड गयी है तथा निरंतर और बिगडती जा रही है। प्रभारी मंत्री श्री भदौरिया ने कांग्रेस विधायकों द्वारा दिये गये सुझाव एवं मांग पर आज तक कोई सार्थक पहल नही की है । कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मे आयोजित जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक मे भी जिला कलेक्टर द्वारा आश्वसन दिया गया था कि अभी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नही है तथा शासन प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य संबंधित समुचित व्यवस्था उपलब्ध की गयी है परंतु आज दिनांक तक शाासन प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नही की गयी ।
श्री मिश्रा ने बताया कि वर्तमान मे रेमीडिसीवर इंजेक्शन तथा फेवीफ्लू टेबलेट न तो बाजार मे उपलब्ध है और न ही जिला चिकित्सालय मे जिसके कारण मरीजो का इलाज नही हो पा रहा है तथा मरीजो के परिजन इंजेक्शन एवं दवाई हेतु भटक रहे है। जिससे जिले मे कोरोना की स्थिति बद से बदत्तर हो गयी है कारणवश कोरोना से मरने वाले मरीजो की संख्या मे बेतहाशा वृद्धि हो गयी है। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन छिंदवाडा वासियो का कोई सहयोग नही कर रहा है। जिला चिकित्सालय मे व्याप्त आक्सीजन की कमी को तत्काल दूर करते हुये पर्याप्त मात्रा मे व्यवस्था की जाये। जिला चिकित्सालय के हर फ्लोर वार्ड मे संपर्क अधिकारी नियुक्त किया जाये तथा उनका मोबाईल नंबर मरीज एवं मरीजो के परिजनो हेतु प्रदर्शित किया जाये, जिससे मरीज अपनी परेशानियां तथा मरीजो के परिजन अपने मरीज के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी उक्त संपर्क अधिकारी से मोबाईल पर प्राप्त कर सके। रेमीडिसीवर इंजेक्शन जो कि पूरे प्रदेश मे हेलीकाप्टर से पहुंचाये जा रहे है किंतु छिंदवाडा जिले से सौतेला व्यवहार करते हुये शासन द्वारा इंजेक्शन की पूर्ति नही की जा रही है। दलगत राजनीति से उपर उठकर छिंदवाडावासियो के हित मे इंजेक्शन की पूर्ति तत्काल सुनिश्चित की जावे।
श्री मिश्रा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि शासन प्रशासन द्वारा छिंदवाडा वासियो के साथ किये जा रहे इस अमानवीय कृत्य के विरोध मे आज से पूर्वमंत्री दीपक सक्सेना एवं समस्त विधायक सोहन बाल्मिक, कमलेश शाह, सुनील उइके, नीलेश उइके एवं विजय चौरे ने स्थानीय (फव्वारा चौक) पर स्थित महात्मा गांधीजी की प्रतिमा के समीप अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर मध्यप्रदेश शासन एवं जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुये छिंदवाडा जिले मे कोरोना से बिगडती स्थिति पर नियंत्रण तथा कोरोना मरीजो को समुचित इलाज की व्यवस्था की मांग की।