सपनों का महल… यह शब्द सुनते ही हमारे मानस पटल पर स्पष्ट होता है कि व्यक्ति अपनी जीवन भर की पूंजी एकत्रित कर एक घर बनाता है जिसे वह सपनों का महल कहता है…लेकिन वही सपनों का महल पहली ही बारिश में पुराने खंडहर की तरह सीपेज होने लगे तो उसके दिल पर क्या गुजरेगी अंदाजा लगाया जा सकता है.
स्टेड डेस्क/छिंदवाड़ा- सरकार की आवास योजना के तहत नगर निगम द्वारा छिंदवाड़ा में भी सैकड़ों सपनों के महल बनाए गए हैं जिसे आनंदम का नाम दिया गया है. लेकिन आपको बता दें कि छिंदवाड़ा में निगम द्वारा बनाई जाने वाली कॉलोनी जिसका नाम आनंदम है, यह कॉलोनी वहां के लोगों के लिए किसी वेदनाम से कम नहीं है.
छिंदवाड़ा के सोनपुर रोड पर बनी यह कॉलोनी उपभोक्ता और यहां रह रहे दर्जन भर लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है. लाखों रुपए से बने नए मकान की छत टपक रही है तो जगह-जगह से दीवारें पिझर रही हैं. गौर करने वाली बात यह है कि नए कंस्ट्रक्शन में स्लैप टपक रहे हैं तो दीवारों का हाल बेहाल है. दीवारों में जगह जगह सीपेज आ गया. ऐसे में उपभोक्ताओं में भारी रोष है जिन्होंने मकान खरीदे हैं उन लोगों ने कमिश्नर को इस घटिया निर्माण की शिकायत भी की है जिस पर निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने कहा कि शिकायत आई है उस पर हम जांच कराएंगे.
मकान मालिकों के आरोप…
सपनों के महल के घटिया निर्माण को देख, मकान मालिकों में भारी रोष है. मकान मालिकों का कहना है कि निगम द्वारा घटिया निर्माण कराए जाने के चलते यह स्थिति बनी है. वहीं दर्जनभर परिवार को उक्त मकान सौंप दिए गए हैं जिनका कहना है कि अभी तक इस कॉलोनी में निगम ने मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं कराई है. पेयजल कनेक्शन, साफ-सफाई, सड़क, दूषित पानी और बारिश के पानी के बहाव की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मकान मालिकों का कहना है कि निगम के आला अधिकारियों की लापरवाही और कमीशन खोरी के चलते मकानों के घटिया निर्माण हुए हैं और अब अधिकारी लीपापोती वाले आश्वासन दे रहे हैं.
आनंदम में डेंगू का खतरा…
यह बात तो साफ है कि जो स्थिति नए मकानों की पहली बारिश में बनी है यह सब घटिया निर्माण का ही नतीजा है. इन सबके बीच मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी का आलम यह है कि इस कॉलोनी में जलभराव जगह जगह हो गया है. गंदगी व्याप्त है अभी तक चेकर टाइल्स भी नहीं लगाए गए हैं. जिसके चलते इस इस कॉलोनी में डेंगू का खतरा मंडरा रहा है. समय रहते यदि निगम ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो यह बीमारी इस क्षेत्र में पैर पसार सकती है.
आनंदम पर कैसे करें भरोसा..?
छिंदवाड़ा में दर्जनों कॉलोनी विकसित की जा रही हैं लेकिन इन सबके बीच प्रशासन के निगम द्वारा बनाई जा रही कालोनियों पर आमजन को भरोसा है. इसलिए लोग अपनी मेहनत की कमाई निगम के हाथ में सौंप रहे हैं. ताकि उन्हें उनके सपनों के महल की गुणवत्ता मिले साथ ही मूलभूत सुविधाएं भी…? अमूमन देखा जाता है कि कुछ कॉलोनाइजर मूलभूत सुविधाओं से कन्नी काट जाते हैं लेकिन भवन निर्माण में क्वालिटी दे रहे हैं. इसके विपरीत निगम पर भरोसा कर रहे लोगों को विश्वासघात का सामना करना पड़ रहा है. यहां ना भवन के निर्माण में गुणवत्ता दिखाई दे रही है ना ही मूलभूत सुविधाएं…?
कन्हैया विश्वकर्मा की रिपोर्ट
समूह संपादक md ज़ाहिद खान, 9425391823