वन विभाग की लापरवाही के चलते बुरहानपुर जिले के नेपानगर में शव दाह के लिए नहीं है जलाऊ लकड़ी, तो वही वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की हठधर्मिता सुर्ख़ियों में–❓

स्टेड डेस्क/बुरहानपुर ब्यूरो- जिले के नेपानगर में शव दाह के लिए भी लकड़ी नहीं है..? जलाऊ लकड़ी के लिए नेपानगर वन विभाग एक मात्र माध्यम है लेकिन वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते यहाँ भी शव दाह की लकड़ियां मौजूद नही है. नेपानगर के संजय नगर निवासी वामन गाढ़े की मृत्यु होने पर वार्ड पार्षद और परिजन वन विभाग कार्यालय पहुंचे, जहां नेपा रेंजर मयंक पांडेय से शव दाह के लिए जलाऊ लड़कियो के लिए परिजनों ने मिन्नतें की, लेकिन डिपो से लकड़ी नही होना बताकर रेंजर ने अपना पलड़ा झाड़ लिया.

पड़ोसियों ने अंतिम संस्कार के लिए अपने घर से लाई सुखी लकड़ी

वहीं फारेस्ट नाकेदार ब्रजेश शर्मा मृतक के परिजनो से रेंजर की मौजूदगी में ही विवाद करता नजर आया. घंटो परेशान होने के बाद मृतक के परिजनों ने नेपानगर नगर पालिका अध्यक्ष राजेश चौहान के बंगले पर लगा हुआ सूखा पेड़ काटकर उन लकड़ियों से अंतिम संस्कार किया.

यह नगर में बड़ी ही शर्मसार कर देने वाली घटना है कि पूरे शहर में शव दाह के लिए लकड़ी नहीं है वन विभाग द्वारा लकड़ी नहीं दिए जाने पर वार्ड क्रमांक 9 के पार्षद अशोक गायकवाड ने स्वयं अपने हाथों से सूखा पेड़ काटकर अंत्येष्टि के लिए लकड़ियां जुटाई. मृतक के परिजनों ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं कि नेपानगर के आसपास का जंगल धड़ल्ले से काटा जा रहा है लकड़ियों की तस्करी भी हो रही है वन विभाग के अधिकारियों के पास अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी नहीं होना गैर जिम्मेदाराना रवैया है.

बुरहानपुर से गोपाल देवकर की रिपोर्ट

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