स्टेड डेस्क/छिंदवाड़ा ब्यूरो- मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में आज एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसको समझने के बाद आप यह कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना पर छूट भैया कर्मचारी पलीता लगाने में दिल से जुटे हुए हैं… इनकी करतूत के चलते पात्र और गरीब हितग्राही योजना से वंचित हो रहे हैं. इस मामले ने यह तो साफ कर दिया है कि आला अधिकारियों की लापरवाही का यह छोटा सा नमूना है ऐसे अनेकों गरीब पात्र लोग हैं, जो योजनाओं का लाभ के लिए भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है….?
यह मामला छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत रांजना का है, जहां से भोला श्रीलाल धुर्वे का परिवार जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा पैदल पहुंचा है..? अंदाज लगा सकते हैं कि जिस परिवार के पास जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर को शिकायत करने के लिए किराए के पैसे तक नहीं है.. उस परिवार को पंचायत ने यह कहकर लाभ देने से मना कर दिया कि, श्री धुर्वे के परिवार को पूर्व में इंदिरा आवास योजना का लाभ मिल चुका है…?
चिंतनीय बात तो यह है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदार नुमाइंदों ने अधिकारियों को भी घुमाने का ठेका ले रखा है…! जब पीड़ित परिवार ने सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत की तो अधिकारियों ने इसका निराकरण करते हुए उक्त शिकायत को नस्ती कर दिया कि, आर्थिक सामाजिक जाति जनगणना 2021 की सूची में इनका नाम नहीं है…? इसलिए योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता…?
जबकि पीड़ित भोला धुर्वे बताते हैं कि उक्त सूची मैं उनका नाम 10 नंबर पर है… वही पंचायत के अनुसार इंदिरा आवास योजना का लाभ मिलने की बात झूठी है पीड़ित बताता है कि उन्हें आज तक कोई लाभ नहीं मिला है…
अंदाज़ लगाने वाली बात है कि विकासशील देश में एक परिवार अपने बच्चों सहित 100 किलोमीटर पैदल जिला मुख्यालय पहुंचता है और अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों की तख्ती हाथ में लिए कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर खड़े रहते हैं…? कि साहब प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिला दो…? अब देखना यह है कि इस परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलता है या नहीं…? और अगर मिलता है तो, फिर जो इस परिवार को भटका रहे हैं उन पर कार्यवाही होती है या नहीं…? यह अब समय बताएगा
KBP न्यूज़ के लिए छिंदवाड़ा से सहयोगी कन्हैया विश्वकर्मा की रिपोर्ट…