छिंदवाड़ा- सच्चे मन से कोई प्रयास करे तो उसे सफलता अवश्य मिलती है। हां, सफलता मिलने में थोड़ा समय जरूर लग सकता है लेकिन मिलेगी अवश्य, इसलिए संयम और धैर्य भी आवश्यक है। ये कहना है मिस इंडिया डीसी (ड्रेस कलेक्शन) दिव्या धुर्वे का। दिव्या ने सोमवार को एक सादे कार्यक्रम में प्रेस से अपने संघर्ष की कहानी साझा की। उन्होने बताया कि उनकी बचपन से ही मॉडल बनने की इच्छा थी, लेकिन छिंदवाड़ा में इसके लिए अच्छी ट्रेनिंग और मार्गदर्शन का अभाव था।
उनके परिवार ने उनकी इच्छा का सम्मान किया और उन्हे छिंदवाड़ा से बाहर जाकर अपना सपना पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। वे पहले भोपाल गईं और फिर नागपुर में वन डायरेक्शन मॉडलिंग एकेडमी में अपना मॉडलिंग कोर्स पूरा किया और पूरी परिपक्वता के बाद देहरादून में आयोजित मिस इंडिया डीसी प्रतियोगिता में भाग लिया। इसमें जब उन्हे विजेता घोषित किया गया तो उन्हें कुछ पल के लिए विश्वास ही नहीं हुआ।
दिव्या धुर्वे का कहना है कि वे आगे छिंदवाड़ा में एक इंस्टीट्यूट खोलना चाहती हैं जिसमें वे जिले में ऐसी युवतियों को ट्रेनिंग देना चाहती हैं जो मॉडलिंग की दुनिया में नाम तो कमाना चाहती हैं लेकिन संसाधनों के अभाव में पीछे हैं। उनका इंस्टीट्यूट युवतियों की हर संभव मदद भी करेगा।
दिव्या धुर्वे बीएससी की छात्रा हैं साथ ही उनका बिजनेस भी है। वी केयर फॉर ऑल एनिमल एनजीओ के लिए भी वे काम करती हैं। वे पेशे से एक मॉडल हैं। मिस इंडिया डीसी 2022 के बाद अब इंटरनेशनल स्तर के कंपटीशन की तैयारी कर रही हैं।
इमरान ने किया तैयार- वन डायरेक्शन के संचालक इमरान शेख और पायल साहू ने उन्हें मॉडलिंग के लिए तैयार किया। इसके बाद उनके द्वारा एसएस प्रोडक्शन हाउस के तत्वधान में आयोजित मिस्टर एंड मिस इंडिया डीसी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। जहां पर प्रतियोगिता मशहूर सेलिब्रिटी सूफी साबरी के द्वारा देहरादून के होटल स्टार वोट में किया गया था। 45 प्रतिभागियों में दिव्या ने खिताब अपने नाम किया। मिस इंडिया डीसी ने छिंदवाड़ा वासियो युवाओं एवं युवतियों के संदेश दिया कि आपने सपनों को पूरा करने के लिए मन की आवाज सुनना जरूरी।
KBP NEWS छिंदवाड़ा से अल्ताफ़ खान की रिपोर्ट