स्टेट डेस्क/जुन्नारदेव/गुड़ी – मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में आदिवासी बहुसंख्यक हैं। वही आदिवासी क्षेत्र भी बड़ा है। जिसके मद्देनजर शासन ने यहां आदिवासियों के लिए बेहतर और अच्छी शिक्षण सुविधाएं मुहैया कराई हैं। जिसके लिए समय-समय पर करोड़ों रुपए के फंड भी आवंटित किए जाते हैं। लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही के चलते शासन की राशि में पलीता लगाया जाता है। ताजा मामला जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र के अंबाडा आदिवासी बालक आश्रम का सामने आया है। जहां लाखों रुपए खर्च करके 50 सीटर आदिवासी बालक छात्रावास भवन की मरम्मत की जा रही है। लेकिन जर्जर भवन को मजबूती प्रदान करने के लिए इस्तेमाल में लाई जा रही घटिया सामग्री के चलते, यहां रहने वाले बच्चों की जान को खतरा बना हुआ है..?
इस बालक आदिवासी आश्रम में छात्रावास भवन की मरम्मत का कार्य चल रहा है। छत पर बैरिंग कोट, दीवारों में प्लास्टर, बाउंड्री वॉल सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। लेकिन घटिया सामग्री के इस्तेमाल के चलते भवन जर्जर हो जाएगा, और अनहोनी का भी खतरा बना रहेगा। यहां हो रहे घटिया निर्माण कार्य को लेकर आज सरपंच भारती उईके, ग्राम के पंच और ग्रामीण स्थल पर पहुंचे और घटिया निर्माण का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यहां पुरानी इट, मिट्टी वाली रेत और अन्य गुणवत्ताहीन सामग्री के इस्तेमाल से काम किया जा रहा है। जिससे भविष्य में कोई भी बड़ी अनहोनी हो सकती है। ठेकेदार इंजीनियर एवं अन्य अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह भ्रष्टाचार खुले रूप में हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि घटिया निर्माण में विभाग के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है।
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शुभम नामदेव की रिपोर्ट