पत्थर के साथ बांधकर भेजा धमकी भरा संदेश…
घर का कांच टूटा, परिवार दहशत में…
पुलिस में दर्ज शिकायत वापस लेने की धमकी…
आगामी कुछ माह बाद मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और इसी के साथ ही चुनावी बिसात बिछाने एवं विभिन्न दल एक-दूसरे पर लालछन लगाने और तरह-तरह के हथकंडे के माध्यम से छवि खराब करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसका बड़ा उदाहरण पूर्व में देखने को मिले है फिलहाल मध्य प्रदेश में सबसे चर्चित और सुर्खियां बटोरने वाला पोस्टर कांड है। जहां प्रदेश के विभिन्न जिलों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विवादित पोस्टर लगाए गए, तो वहीं बीते दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर भी आपत्तिजनक पोस्टर चस्पा किए गए हैं। श्रंखला यही नहीं रुकी है लगातार विभिन्न माध्यमों से कांग्रेस भाजपा के बीच राजनीतिक विवादित कड़ियां जुड़ती जा रही है। इसी श्रंखला में बीते दिनों बालाघाट में हुए एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन का एक वीडियो कथित रूप से वायरल हुआ है। जिसमें पूर्व मंत्री पर छात्राओं के साथ गलत हरकत करने की टिप्पणी वायरल की जा रही है। जिसको लेकर गुलाबी गैंग कमांडर ने छिंदवाड़ा में बीते दिनों पूर्व मंत्री की शिकायत की थी और कार्रवाई की मांग की थी। अब शिकायत की प्रतिक्रिया से जोड़ते हुए ताजा मामला सामने आया है। जिसमें गुलाबी गैंग कमांडर पूर्णिमा वर्मा के घर पर अज्ञात तत्वों द्वारा पथराव कर धमकी भेजी गई है…
स्टेट डेस्क/छिंदवाड़ा – पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन द्वारा कथित रूप से नाबालिग बच्चियों के साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर गुलाबी गैंग की कमांडर पूर्णिमा वर्मा द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। आज शाम करीब 8 बजे पूर्णिमा वर्मा जब अपने घर में बैठी हुईं थीं, तब बाहर उनके घर के सामने अज्ञात तत्वों द्वारा उनके घर के कांच पर दो पत्थर मारे गए और पत्थर के साथ ही कागज में कंप्यूटर से टाइप किया हुआ मैसेज भेजा गया, जिसमें लिखा था कि-
“गुलाबी गैंग की कमांडर है ना तू … हमने ऐसे बहुत कमांडर देखे हैं… अपनी शिकायत वापस ले ले, और चुपचाप अपने घर पर बैठ….यह मेरी पहली और आखरी चेतावनी है…. नहीं तो तू समझदार है…?”
अचानक हुए इस हमले से पूर्णिमा वर्मा का परिवार दहशत में आ गया और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच में मामला संज्ञान में ले लिया गया है एवं आगे की कार्यवाही जारी है। पूर्णिमा वर्मा ने कहा कि अचानक हुए इस हमले से उनका परिवार दहशत में जरूर है परंतु उनके हौसले बुलंद हैं और वे तमाम धमकियों के बावजूद भी गौरीशंकर बिसेन के खिलाफ अपनी जंग को जारी रखेंगी। पुलिस द्वारा आसपास के सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग एकत्र करके आरोपियों की पहचान की जा रही है।
फिलहाल आरोपियों की पहचान नहीं…
इस पूरे घटनाक्रम में अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि गुलाबी गैंग कमांडर के घर पर हमला करने वाले कौन लोग थे और उनके पीछे किन लोगों का हाथ है..? फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह एक राजनीतिक हमला है या फिर व्यक्तिगत…? बहरहाल ऐसे अन्य तमाम सवालों का ज़वाब पुलिस की तफ्तीश के बाद साफ हो जाएगा।
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