स्टेट डेस्क/छिन्दवाड़ा- माधवराव सप्रे संग्रहालय भोपाल के संस्थापक पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर के मुख्य आतिथ्य, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के पूर्व कुलपति और भारतीय जनसंचार संस्थान नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक आचार्य डॉ.संजय द्विवेदी के सारस्वत आतिथ्य और नालंदा महाविहार बिहार के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ.विजय कर्ण के विशेष आतिथ्य में गत दिवस गांधी भवन भोपाल में निर्दलीय प्रकाशन और जन संगठन दृष्टि भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में निर्दलीय प्रकाशन का 51वां वार्षिकोत्सव सह साहित्योत्सव संपन्न हुआ। इस वृहद कार्यक्रम में छिंदवाड़ा जिले के वरिष्ठ साहित्यकार ओमप्रकाश “नयन” विश्व साहित्य सम्मान से सम्मानित हुये। इसके अलावा जिले के वरिष्ठ शायर अजमेरा “मयकश” और छिन्दवाड़ा जिले के एवं भोपाल में निवासरत वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.गोपेश वाजपेयी व चरणजीत सिंह कुकरेजा भी सम्मानित किये गये। इसी प्रकार पांढुर्णा जिले के सौंसर के वरिष्ठ पत्रकार हंसराज बारसकर, साहित्यकार शेषराव गणपतराव कंटक एवं पूर्व सैनिक व सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप कलसकर राष्ट्रीय शिखर सम्मान से सम्मानित हुये।
उल्लेखनीय है कि इस आयोजन में 6 आभासी अंतर्राष्ट्रीय साहित्य सम्मान, 16 राष्ट्रीय शिखर सम्मान और 51 साहित्यकार, शिक्षाविद और समाजसेवी विश्व साहित्य सम्मान से सम्मानित किये गये । निर्दलीय प्रकाशन के संस्थापक संपादक कैलाश श्रीवास्तव “आदमी” और संपादक प्रिंस अभिषेक “अज्ञानी” के अथक परिश्रम और संयोजन में लगभग 18 राज्यों के साहित्यकारों, शिक्षाविदों और समाजसेवियों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता की। 9 सत्रीय इस कार्यक्रम में उद्घाटन व परिचय सत्र, संत साहित्य व्याख्यान माला, राष्ट्रीय शिखर सम्मान व विश्व साहित्य सम्मान, साहित्य, शिक्षा व भाषा विमर्श, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन और गीत संगीत के कार्यक्रम विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे।
छिन्दवाड़ा और पांढुर्णा जिले के साहित्यकारों का विश्व साहित्य सम्मान और राष्ट्रीय शिखर सम्मान प्रदाय किये जाने पर दोनों जिलों के अन्य साहित्यकारों और परिजनों ने सभी साहित्यकारों को बधाई और शुभकामनायें दी।
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…जाहिद खान
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