स्टेट डेस्क/ छिन्दवाड़ा/चांद- गेहूं की फसल लगभग कट चुकी है, ऐसे में खेतों में पराली का प्रबंधन करने के लिए कई जगह किसान खेतों में आग लगा रहे हैं। जबकि पराली जलाने पर पूर्व से ही प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद भी जिले के कई ग्रामीण इलाकों में पराली जलाई जा रही है। जिसके चलते कई हादसे दरपेश हो रहे हैं। इधर छिंदवाड़ा के तहसील चांद अंतर्गत ग्राम पंचायत सांख में एक खेत में अचानक आग लग गई और यह आग देखते ही देखते लगभग 50 एकड़ खेत में फैल गई, इस आग को बुझाने के लाख जतन किए गए, लेकिन आग नहीं बुझाई जा सकी।

हालांकि इस आग को लेकर यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग पराली जलाने से फैली है या अन्य कारणों से..? लेकिन ज्यादातर कयास यही लगाया जा रहा है कि पराली जलाने से यह आग फैली है। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक, अचानक लगी आग देखते ही देखते बारूद की तरह आसपास के खेतों में फैलती गई और लगभग 50 एकड़ से ज्यादा जमीन को अपनी चपेट में ले लिया। अच्छी बात यह है कि इस घटना से कोई जनहानि नहीं हुई है। लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि प्रशासनिक महकमा पराली में आग को लेकर अब क्या कदम उठाता है..?
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…हरिओम रघुवंशी (चांद)