नेशनल डेस्क,
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से दूसरी मौत सामने आई है. इंदौर में 35 साल के एक युवक की मौत हो गई. इस युवक की जांच पॉजिटिव आई थी जिसके बाद इसका इलाज चल रहा था. इसके साथ ही मध्य प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 2 हो गया. इससे पहले उज्जैन में 65 साल की एक महिला की मौत हुई थी. जांच में उसका सैंपल भी पॉजिटिव पाया गया था जिसके बाद उसका इलाज चल रहा था. इससे पहले इंदौर के एमवाई अस्पताल में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 65 साल की महिला ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था. वह मूल रूप से उज्जैन की रहने वाली थी. यह प्रदेश में किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत का पहला मामला था. उसके बाद इंदौर के एक युवक की मौत की खबर सामने आई है. हालांकि कोरोना वायरस की चपेट में युवा वर्ग के लोगों की मौत काफी विरले है लेकिन इंदौर में जिस युवक की मौत हुई वह महज 35 साल का बताया जा रहा है. जांच में उसके पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी. इससे पहले पटना में भी एक युवक की मौत हुई थी जिसकी उम्र 38 साल की थी.
राज्य में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या में बीते 24 घंटों में पांच का इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 20 पर पहुंच गया, जिसमें से दो की मौत हो चुकी है. राज्य में बीते दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर दो गुना हो गई है. पूरे राज्य में मंगलवार को जहां नौ लोग संक्रमित थे, वहीं बुधवार रात तक यह आंकड़ा 20 पर पहुंच गया. इंदौर में पांच नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. इस तरह इंदौर में संक्रमितों की संख्या नौ हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक 20 लोग संक्रमित पाए गए हैं. 9 इंदौर, 6 जबलपुर, 2 भोपाल और ग्वालियर, शिवपुरी व उज्जैन में एक-एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. विभाग ने बताया है कि, इंदौर में जो नए मरीज पाए गए है, उनमें से कुछ 35 से 40 वर्ष की आयु के भी हैं और उनका विदेश आना-जाना नहीं हुआ है. वे सामूहिक समारोह विवाह आदि में जाने के साथ देश के अन्य हिस्सों में घूमने गए थे. इंदौर में नए मरीजों के मिलने के बाद खास एहतियात बरती जा रही है. जिन इलाकों में नए मरीज पाए गए है, उन्हें कंटेंटमेंट जोन घोषित किया गया है. इधर सरकारें इससे निपटने के सभी प्रयास कर रहीं हैं प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन भी मुस्तेदी से जुटा हुआ है हालांकि टोटल लॉक डाउन का प्रयोग काफी हद तक राहत भरा साबित हो रहा है. समय रहते यह कदम नहीं उठाया जाता तो आज संक्रमित लोगों के आंकड़े कुछ और ही होते और मौत के आंकड़े भी चिंतनीय होते…!
ज़ाहिद खान, एडिटर इन चीफ़