स्टेड डेस्क, भोपाल
बीते दिनों बीजेपी के उपाध्यक्ष प्रभात झा और एमपी बीजेपी के अध्यक्ष वी.डी शर्मा ने कमलनाथ पर केंद्र में मंत्री रहते हुए चीन को फायदा पहुंचाने और उनके चीनी एजेंट होने जैसा बयान दिया था. इन दोनों ने अपने बयान में कमलनाथ के उस कार्यकाल का जिक्र किया था जब वो यूपीए की सरकार में केंद्रीय मंत्री थे
लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के धोखे से पूरा देश गुस्से में है. हर तरफ आक्रोश के स्वर सुनाई दे रहे हैं तो वहीं इसे लेकर राजनीति भी जमकर हो रही है. इस मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वी.डी शर्मा को लीगल नोटिस भेजा गया है. दो दिन पहले केंद्र सरकार द्वारा 59 चीनी एप्स पर बैन लगाया था. इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस जहां बीजेपी पर चीन मसले पर चुप्पी साधने का आरोप लगा कर लगातार तीखे वार कर रही है. तो वहीं बीजेपी भी पलटवार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही.
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी शर्मा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को लेकर की गई तल्ख टिप्पणी अब लीगल नोटिस तक आ पहुंची है. पूरे मामले को लेकर कमलनाथ की ओर से बीजेपी के दोनों नेताओं को लीगल नोटिस भेजा गया है, और आरोप लगाया गया है कि उनकी छवि धूमिल करने की मंशा से बिना जानकारी इस प्रकार की बयानबाजी की गई है.
चीन को फायदा पहुंचाने का लगाया था आरोप
पिछले दिनों चीन का मुद्दा गर्माने के बाद बीजेपी के इन दोनों नेताओं ने कमलनाथ पर केंद्र में मंत्री रहते हुए चीन को फायदा पहुंचाने और उनके चीनी एजेंट होने जैसा बयान दिया था. दोनों बीजेपी नेताओं ने अपने बयान में कमलनाथ के उस कार्यकाल का जिक्र किया था जब वो यूपीए की सरकार में केंद्रीय मंत्री थे. वी.डी शर्मा और प्रभात झा ने कहा था कि कमलनाथ ने चीन को फायदा पहुंचाने के लिए काम किया था. बहरहाल उन्होंने यह बयान किन तथ्यों के आधार पर दिया यह तो नहीं पता लेकिन अब उन्हें इस पर स्पष्टीकरण देना पड़ सकता है. उन्हें यह लीगल नोटिस कमलनाथ के वकील वरूण तन्खा द्वारा भेजा गया है.